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    नमस्कार दोस्तो आज के इस पोस्ट में हम कंदमूल के बारे में विस्तार से बात करेंगे और इसके बारे में कुछ अनजाने तथ्यों पर विस्तार से सीखेंगे।

    कंदमूल फल कहा से मिलता है ?

    कंदमूल (यह बड़े शकरकंद की तरह दिखता है ), इन्हे उबालकर भी खाया जा सकता है तथा भूनकर भी। प्राचीन समय में आदिमानव कंद मूल खा कर ही गुजारा किया करते थे क्योंकि जंगलों में ये बहुत ही आसानी से मिल जाते हैं इसलिए ये आदिवासियों के भोजन का मुख्य हिस्सा होता था ।

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     क्या होता है कंदमूल फल? 

     कंदमूल का हिंदी में मतलब होता है ऐसा पौधा जिसकी जड़ (भूनकर या उबाल कर) खाई जा सकती हो। कंदमूल को अंग्रेजी में रूट वेजिटेबल्स कहा जाता है कहा जाता है वनवास के दौरान श्रीराम भी इस फल को अपने भोजन के मुख्य भाग के रूप में खाते थे।कंदमूल में कार्बोहाइड्रेट, कैरेटीन और विटामिन सी का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। कंदमूल में काफी मात्रा में कैल्शियम भी पाया जाता है |


    कंदमूल फल का इतिहास

    कंदमूल जंगलों में पाए जाने वाले उन खाने योग्य खाद्य पदार्थों को कहा जाता है जो जड़ के रूप में होते हैं इन्हे उबालकर भी खाया जा सकता है तथा भूनकर भी। प्राचीन समय में आदिमानव कंद मूल खा कर ही गुजारा किया करते थे और क्योंकि जंगलों में इनकी बहुलता होती है तथा ये बहुत ही आसानी से मिल जाते हैं इसलिए ये आदिवासियों के भोजन का मुख्य हिस्सा होते हैं। 


    आज भी जंगलों में निवास करने वाली कई प्रजातियां कंदमूल पर ही निर्भर है या कंदमूल को बहुत अधिक मात्रा में खाती हैं अपने आरंभिक काल में जब मनुष्य जंगल में रहा करता था उस समय उसका मुख्य भोजन कंद मूल ही हुआ करता था। प्राचीन काल के कंदमूलों का नाम आज दुर्लभ प्रजातियों में शामिल है। कंदमूल का हिंदी में मतलब होता है ऐसा पौधा जिसकी जड़ भूनकर या उबाल कर खाई जा सकती हो। कंदमूल को अंग्रेजी में रूट वेजिटेबल्स कहा जाता है।



    कंदमूल फल की प्रजाति

    कंदमूल की आधुनिक प्रजातियों में शकरकंद, आलू, गाजर, शलगम, मूली इत्यादि का नाम लिया जा सकता है हालांकि आदिवासी प्रजातियों में यह आधुनिक कंदमूल किस्में प्रचलित नहीं है यह प्रजातियां कंदमूल की प्राचीन किस्मों को ही प्राथमिकता देती हैं।

    कंदमूल फल खाने के फायदे -



    वजन घटाने में मददगार
     
    कंदमूल फल में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। साथ ही इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिसकी वजह से भूख को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ये दोनों ही चीजें वजन घटाने के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, फाइबर मेटाबोलिज्म को तेज करता है और पाचन क्रिया को सक्रिय रखने में मदद करता है। इससे फैट आसानी से पचता है और वजन तेजी से घटाया जा सकता है। इसे आप ब्रेकफास्ट में भी खा सकते हैं या फिर दिन और रात कभी भी। साथ ही इसकी कैलोरी भी कम होती है इसलिए ये हर से वेट लॉस के लिए फायदेमंद है। 


    बालों के लिए फायदेमंद

    कंदमूल फल बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। दरअसल, जिन लोगों के बाल तेजी से झड़ रहे हैं या सफेद हो रहे हैं उन लोगों के लिए इसे खाना बहुत फायदेमंद है। दरअसल, कंदमूल फल में कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि सफेद बालों को काला करने में मददगार है। इसके अलावा इसका विटामिन सी बालों को मजबूत बनाने के साथ स्कैल्प को हेल्दी रखने में मदद करता है। साथ ही जिन लोगों में आयरन की कमी से बाल झड़ रहे हैं उनके बालों को भी ये झड़ने से रोकता है। 

    कोलेस्ट्रॉल कम करता है
    कंदमूल फल हृदय संबंधी समस्याओं के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। फल में विटामिन सी होता है जो कि बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। साथ ही ये ब्लड वेसेल्स को भी हेल्दी रखता है और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में ब्लड वेसेल्स को फैलाने और ब्लड सर्कुलेशन को आरामदायक बनाने में मदद करता है। 

    विटामिन बी6 से भरपूर है

    कंदमूल फल में विटामिन बी6 होता है जो कि शरीर में फैट के पाचन को सही रखने में मदद करता है। इस तरह ये शरीर में फैट के बढ़ने से होने वाली बीमारियों जैसे कि मोटापा और दिल की बीमारियों से बचाता है। साथ ही ये विटामिन किडनी में पथरी की समस्या को भी रोकता है।

    हीमोग्लोबिन बढ़ाता है
    जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी होती है उनमें हीमोग्लोबिन की कमी भी पाई जाती है। ऐसे में आयरन से भरपूर कंदमूल फल खाने से शरीर मे आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है और हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इस तरह ये कोशिकाओं को हेल्दी रख कर शरीर में ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा आयरन की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है जिसे भी इसके सेवन से कम किया जा सकता है। 

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